10 फरवरी को मोदीनगरं विधानसभा सीट पर वोट डाले जाएंगे

\10 मार्च को वोटों की गिनती होगी

कोरोना की वजह से रैली, पद यात्रा, साइकिल व बाइक रैली पर 15 जनवरी तक रोक 

डोर-टू-डोर कैंपेन के लिए पांच लोगों को इजाजत 

अरूण वर्मा 

मोदीनगर। मोदीनगर विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है। चुनाव आयोग ने मोदीनगर में पहले चरण के अंतर्गत चुनाव कराने का फैसला किया है। 10 फरवरी को मोदीनगर ं विधानसभा सीट पर वोट डाले जाएंगे। दस मार्च को वोटों की गिनती होगी। कोरोना की वजह से रैली, पद यात्रा, साइकिल व  बाइक रैली पर 15 जनवरी तक रोक लगाई गई है। डोर-टू-डोर कैंपेन करने के लिए पांच लोगों को ही इजाजत दी गई है। 

मोदीनगर विध्धानसभा सीट पर भी भाजपा का कब्जा है। यहां से डाॅ0 मंजू शिवाच विधायक चुने गए थे। एक तरह जहां भाजपा इस सभी सीटों पर फिर से कब्जा करने का प्रयास कर रही है, वहीं सपा- रीालोद गठबंधन के साथ इस सीटों पर जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी। बसपा और कांग्रेस भी इन सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगी। कुल मिला जुलाकर मुकाबल बड़ा दिलचस्प होने जा रहा है।                  

मोदीनगर में भाजपा के सामने सपा-रालोद गठबंधन व बसपा से चुनौती

मोदीनगर विधान सभा 2017 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर डाॅ0 मंजू शिवाच ने बीएसपी के कद्दावर नेता वहाब चैधरी को लगभग 66 हजार वोट के अंतर से हराया था। सपा एंव  रालोद के प्रत्याशी तीसरे व चैथे स्थान पर रहे थे। लेकिन इसके पहले 2012 में यह सीट रालोद और 2007 में बसपा के कब्जे में थी। मोदीनगर विधानसभा सीट में प्रमुख तौर पर ग्रामीण आबादी काबिज है। किसान आंदोलन का प्रभाव इस इलाके में भी देखने को मिला है। बागपत लोकसभा सीट का हिस्सा इस सीट से फिलहाल भाजपा विधायक काबिज हैं। लेकिन इसके पहले 2012 में यह सीट रालोद के कब्जे में थी, जब पं0 सुदेश शर्मा को जीत मिली थी। 2007 में मोदीनगर से बसपा के नेता मास्टर राजपाल सिंह विधायक चुने गए थे। उन्होंने भाजपा के नरेंद्र सिंह सिसौदिया के लगातार 3 जीत के क्रम को तोड़ा था। हालांकि इस बार राजपाल सिंह ने बसपा का दामन छोड़ रालोद का साथ कर लिया है,  ओर उनके पुत्र व पूर्व भोजपुर ब्लाक प्रमुख विपिन चैधरी भी रालोद से टिकट की जुगत में लगे है। ऐसे में मुकाबला दिलचस्प रहने की उम्मीद है।

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